बता दें कि पश्चिम मिदनापुर सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. यहां से शुभेंदु अधिकारी टीएमसी के मंत्री जबकि उनके पिता शिशिर अधिकारी और भाई दिब्येंदु अधिकारी सांसद रह चुके हैं. इस इलाके से ममता जब गुजरीं तब उनके काफिले के सामने बीजेपी कार्यकर्ता नारे लगाने लगे. इसके बाद ममता ने तुरंत अपने काफिले को रुकवाया और गाड़ी से बाहर निकल गईं.
ममता को देखकर कुछ बीजेपी करता वहां से भागने लगे तभी ममता कहा कि जो लोग इस तरह से नारेबाजी कर रहे हैं, उन्हें 23 मई को चुनाव का नतीजा आने के बाद अंजाम भुगतना पड़ेगा. ममता ने चेतावनी देते हुए कहा कि चुनाव के बाद भी उन्हें यहीं रहना है. बता दें कि चक्रवाती तूफान फानी को देखते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 2 दिन के लिए अपने सभी चुनावी कार्यक्रम को स्थगित कर दिया था.
बीजेपी बांटने की राजनीति कर रही है
ममता ने आरोप लगाया कि बंगाल में बीजेपी बांटने की राजनीति कर रही है. लोगों को दंगों के लिए उकसा रही है. ममता ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि बीजेपी की ऐसी राजनीति को नाकाम करते हुए सभी 42 सीटों पर तृणमूल कांग्रेस जिताएं. इससे पहले टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी राज्य में 42 में से 42 सीट जीतने का दावा कर चुकी हैं. ममता केंद्र की राजनीति में निर्णायक भूमिका निभाना चाहती हैं. वहीं, बीजेपी भी बंगाल में अपनी जमीन मजबूत करने में जुटी है. बीजेपी ने 42 में से 23 सीट जीतने का दावा किया है.