इस दौरान मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा प्रार्थी हूँ और सार्वजनिक जीवन की मर्यादा के अंतर्गत प्रयश्चित हेतु 21 प्रहर के मौन व कठोर तपस्यारत हो रही हूं।
हरिः ॐ
भोपाल। भोपाल लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने चुनाव के दौरान दिए अपने बयानों को लेकर माफी मांगी है। उन्होंने ट्वीट किया कि चुनावी प्रक्रियाओं के बाद अब समय है चिंतन मनन का, इस दौरान मेरे शब्दों से समस्त देशभक्तों को यदि ठेस पहुंची है तो मैं क्षमा प्रार्थी हूं और 21 प्रहर के लिए मौन साध रही हूं।
दरअसल, चुनाव प्रचार के दौरान प्रज्ञा ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त करार दिया था। साध्वी प्रज्ञा ने गोडसे को आतंकी बताने वाले कमल हासन के बयान पर पलटवार करते हुए कहा था, ''नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे।'' उनके इस बयान के बाद पार्टी मुश्किल में घिर गई थी। दबाव बढ़ने पर साध्वी को माफी मांगनी भी पड़ी थी।
मोदी ने कहा था- कभी मन से माफ नहीं कर पाऊंगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसकी आलोचना करते हुए कहा था, ''गांधीजी और गोडसे के संबंध में जो भी बयान दिए गए, ये भयंकर खराब हैं, घृणा और आलोचना के लायक हैं, सभ्य समाज में ये सोच नहीं चल सकती। ऐसी बातें करने वालों को आगे सौ बार सोचना चाहिए। उन्होंने माफी मांग ली है, ये अलग बात है। लेकिन मैं मन से माफ नहीं कर पाऊंगा।'' भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रज्ञा के बयान को लेकर कहा था कि पार्टी का इन बयानों से कोई लेना देना नहीं है।
इसके पहले प्रज्ञा ने मुंबई हमले में शहीद हेमंत करकरे पर भी विवादित बयान दिया था। उनके इस बयान के बाद निर्वाचन आयोग ने उनके चुनाव प्रचार अभियान पर 72 घंटे का प्रतिबंध लगा दिया था।